लालू मुलायम को भ्रष्ट कहने वाले केजरीवाल फंसे भ्रष्टाचार में कहा राजनीतिक कारण से दर्ज हुए मुकदमे , फिर लालू मुलायम के मुकदमे भी तो राजनीति से प्रेरित हो सकते हैं?

दिल्ली महिला आयोग में हुई भर्ती घोटाले में अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के साथ साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। केजरीवाल इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बता रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगा रहे हैं कि उनके इशारे पर ऐसा किया गया है। लेकिन एक समय था जब केजरीवाल खुद कहा करते थे कि मंत्री विधायक अगर भ्रष्टाचार करे तो सीधे तौर पर पीएम और सीएम जिम्मेवार है। केजरीवाल तो यहां तक बढ़कर कह गये कि तत्काल सीएम को पार्टी बनाते हुए जेल भेज दिया जाना चाहिए। 1996 में चारा घोटाला सामने आने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री लालूप्रसाद यादव ने स्वयं एफआईआर दर्ज कराया था। लेकिन बाद में उन्हें ही फंसा दिया गया। उसके बाद का सबको पता है कि उन्हें चारा घोटाले का खलनायक बना दिया गया। लालू चीख चीख कर अपने आप को निर्दोष बताते रहे। ठीक इसी तरह केजरीवाल जी जिस तरह आज आप अपने आप को निर्दोष बता रहे हैं और सारा दोष प्रधानमंत्री पर मढ़ रहे हैं। केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ जब भी संबोधन करते थे लालू मुलायम का नाम उदाहरण के तौर पर लेते थे। लालू मुलायम का नाम तत्कालीन और वर्तमान दोनों प्रधानमंत्री भी आदर के साथ लेते थे लेकिन केजरीवाल घृणा से लेते थे। एक बार पटना में नीतिश कुमार के सीएम शपथ ग्रहण के मैदान में लालू जी ने शिष्टाचारवश केजरीवाल को गले लगा लिया था, इस सामान्य सी बात पर केजरीवाल ने प्रेस वार्ता कर सफाई दिया था कि लालू ने जबरदस्ती उन्हें गले लगा लिया था। लालू जी के 43 वर्ष के राजनैतिक करियर में एक घोटाला का दाग है वो भी राजनीतिक दुर्भाग्य से। लेकिन केजरीवाल जी आप के करियर के मात्र 4 वर्ष बीते हैं समझ तो गये ही होंगे कि यहां कितना दलदल है। अभी तो यह शुरुआत है आगे आगे देखिए होता है क्या। राजेश रंजन

टिप्पणियाँ